निर्देश अंकः 201010/01/3.0.0
दिनांकः 10-10-2020
अन्दरुनी संचार (राजनीतिक प्रकोष्ठ) नया
प्रेषकः रमेश कुमार जांगड़ा, राष्ट्रीय महासचिव
प्राप्तकर्ता ः सभी पार्षद क्षेत्र अध्यक्ष (राजनीतिक प्रकोष्ठ)
विषय ः पार्षद क्षेत्र अध्यक्षों की कार्यप्रणाली
निर्देशः
इस स्तर पर आने वाले सभी क्षेत्र, जैैसे पार्षद क्षेत्र, ग्राम पंचायत क्षेत्र, ब्लाक क्षेत्र, नगर निगम, नगर परिषद आदि, पार्षद क्षेत्र से संबोधित किये गए हैं।
प्रथम चरणः
- पार्षद क्षेत्र अध्यक्ष कार्यालय के लिये स्थान निश्चित करें व विघान सभा क्षेत्र कार्यालय (राजनीतिक प्रकोष्ठ) को सूचित करें।
- पार्षद क्षेत्र अध्यक्ष अपने क्षेत्र के दल का निर्माण बूथ की श्रेणी के अनुसार करें।
- हर पदाधिकारी प्राथमिक सदस्य हो। (रू 10)
- हर पदाधिकारी को सदस्यता की विधि (P108 के अनुसार) व सदस्यता शुल्क का ज्ञान हो।
- सभी नए सदस्यों की जानकारी विधान सभा क्षेत्र कार्यालय पर पंजीकरण के लिये भेजें।
- दल में उपाघ्यक्ष की नियुक्ति वरिष्ठ परिपक्व सदस्योंं की हो और 4-5 बूथ आदि का कार्यभार सोंपें।
- उपाघ्यक्ष की मदद से बूथ लेवल पर जनसंपर्क अधिकारियों की टीम निर्माण में मदद करें।
- समूचे दल की जानकारी विघान सभा क्षेत्र कार्यालय, लोक सभा क्षेत्र कार्यालय व प्रदेश कार्यालय को दें।
- सभी नए सदस्य राष्ट्रीय कार्यालय से पंजीकृत हों।
द्वितीय चरणः
- पार्षद क्षेत्र अघ्यक्ष सदस्यता की औपचारिकताओं को पूरा करके प्रदेश के अधिकृत अघिकारी के रूप में कार्यभार संभाल सकता है।
- कार्यालय में प्रयोग की जाने वाली स्टेशनरी राष्ट्रीय कार्यालय द्वारा दिये गये प्रारूप के अनुसार ही हों, यदि कोई नया आयोजन करना है तो राष्ट्रीय कार्यालय से मंजूरी आवश्यक है।
- पार्षद क्षेत्र अघ्यक्ष के पास अपने क्षेत्र का विस्तृत मानचित्र होना चाहिये। मानचित्र मेंं बूथ के क्षेत्रों को चिन्हित करें।
- सभी पदाधिकारियों का विवरण भली प्रकार से (फार्म P074 के अनुसार) रखा जाए।
तृतीय चरणः
- पार्षद क्षेत्र अध्यक्ष पदाधिकारियों की बैठक प्रति माह जरूर करें।
- हर बैठक में निम्न बिन्दुओं की समीक्षा हो।
-- संगठन के दलों की निर्माण प्रगति, रिक्त स्थानों के भरने के लिये प्रयास।
-- प्राथमिक सदस्यता अभियान की समीक्षा।
-- मानचित्र के अनुसार सारी योजना बनाएं।
-- संगठन का प्रथम राजनीतिक लक्ष्य जनगणना है। जिस बूथ लेवल पर नियुक्ति पूर्ण हो गई हों, वहां जनगणना का कार्य एक प्रशिक्षण के बाद शुरु किया जा सकता है। प्रशिक्षण की व्यवस्था विघान सभा क्षेत्र अध्यक्ष की सहमति से हो।
-- जनगणना के कार्य के लिये जनगणना का फार्म (P258) ही प्रयोग करें।
-- क्षेत्र में समाज की व्यापक समस्याएं जो संगठन तक पहुँची हैं फार्म P078 में दर्ज करें व हल करने की जिम्मेदारी उपाध्यक्षों को सोंपें व जरूरी सहायता उपलब्ध कराएं।
-- सभी समस्याएं शाखा अघ्यक्ष व विघान सभा क्षेत्र अघ्यक्ष, दोनों के संज्ञान में होनी चाहिये व एक निश्चित अवधि में मिल कर हल करने का निरन्तर प्रयास होना चाहिये।
-- पुरानी समस्याओं का आंकलन हो।
-- अन्य बिन्दु जो चर्चा के दौरान उठे हों।
- हर बैठक की रिपोर्ट (P072) प्रदेश सम्भाग प्रभारी से साझा करें। किसी प्रकार की सहायता चाहिये तो स्पष्ट उल्लेख करें।
जय भारत, जय श्री विश्वकर्मा
धन्यवाद